-केदारनाथ, कोटद्वार, डोईवाला या फिर लैंसडौन से लड़ सकते हैं चुनाव
-डॉ हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति ने भी ली कांग्रेस की सदस्यता
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : भारतीय जनता पार्टी से हाल ही में निष्कासित हुए कोटद्वार विधायक व पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत आखिरकार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ली। कांग्रेस ने दिल्ली चुनाव वार रूम में उनको पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की मौजूदगी में सदस्यता दी। डॉ हरक सिंह रावत के साथ उनकी बहू अनुकृति ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली है। बताया जा रहा है कि जल्द उनके चुनाव को लेकर कांग्रेस निर्णय लेगी। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि केदारनाथ, कोटद्वार, डोईवाला या फिर लैंसडौन से उनको या उनकी बहू को टिकट मिल सकता है। फिलहाल एक सप्ताह से राजनीति के भंवर में फंसे हरक सिंह रावत को एक किनारा मिल गया है।
बिना शर्त हुआ हूं कांग्रेस में शामिल, नहीं भूलूंगा सोनिया गांधी का एहसान : हरक
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : भाजपा से निष्कासित पूर्व काबीना मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी बहू अनुकृति गुसाईं कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। इस पर हरक सिंह रावत का कहना है कि उनका लक्ष्य प्रदेश का विकास करना है। वह बिना किसी शर्त के कांग्रेस में शामिल हुए हैं और सोनिया गांधी का एहसान कभी नहीं भूलेंगे।
बता दें कि भाजपा से निष्कासित होने के बाद हरक सिंह रावत कई बार दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के चक्कर लगा चुके थे, लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की नाराजगी के चलते उनकी कांग्रेस में एंट्री नहीं हो पा रही थी। हरीश रावत ने पूर्व में दो टूक कहा था कि हरक सिंह रावत को पहले वर्ष 2016 में की गई अपनी करनी के लिए जनता से माफी मांगनी होगी। हालांकि बयानबाजी कर हरक सिंह रावत, हरीश रावत को मनाने का प्रयास भी कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उनके लिए कांग्रेस के दरवाजे नहीं खुल रहे थे। तब से उनके भाजपा में फिर से वापसी तो कभी कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में चल रही थीं। हालांकि शुक्रवार को हरक सिंह रावत के पाले को लेकर स्थिति साफ हो गई।