परिवहन व उद्योग मंत्री चंदन राम दास (Transport and Industry Minister Chandan Ram Das) ने कहा कि वर्तमान में स्टार्टअप के लिए उद्यमियों से राज्य में 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश कराया है। वहीं लघु, सूक्ष्म व मध्यम उद्योग के लिए 145 करोड़ रुपए के एमओयू साइन कराए थे, जो कोविड के कारण आगे नहीं बढ़ पाए। इस पर भी प्रयास किया जा रहा है।
शुक्रवार को सर्किट हाउस में परिवहन व उद्योग मंत्री चंदन राम दास ने पत्रकार वार्ता में कहा कि लघु, सूक्ष्म व मध्यम उद्योग आने वाले समय में प्रदेश की आर्थिकी का मुख्य आधार बनेगी। इसके लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। कोविड काल के कारण जरुर एमएसएमई सेक्टर प्रभावित हुआ है। इसे अब फिर से पटरी पर लाने का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि परिवहन (Uttarakhand Roadways) की स्थिति बेहद खराब थी जो अब सुधर रही है। मार्च माह से अब तक विभाग को 204 करोड़ की धनराशि मिली है। जिससे 150 इलेक्ट्रिकल वाहन खरीद रहे हैं। 30 सीएनसी व 30 साधारण बसें खरीद रहे है। इसके अलावा एडीबी के माध्यम से 300 करोड़ की धनराशि मिल रही है। जिससे आइएसबीटी और डिपो का आधुनिकीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी उत्तराखंड की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए सड़क किनारे सीसीटीवी कैमरे, डिवाइडर, क्रस बैरियर लगाए जा रहे है। मदरसों का हो रहा अाधुनिकीकरण
परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने कहा कि प्रदेश में 419 मदरसे चल रहे है। जिनमें से 192 को शिक्षा विभाग से मान्यता नहीं है। जिस कारण जो कक्षा आठ तक मदसरे में पढ़ता है तो उसे कक्षा 9 में प्रवेश नहीं मिलता था। इसलिए मदसरों के आधुनिकीकरण पर भी विशेष कार्य किए जा रहे है। उन्हें शिक्षा विभाग की मान्यता दिलाई जा रही है। ताकि बच्चों को शिक्षित किया जा सके और उनका भविष्य भी उज्ज्वल हो सके। उन्होंने कहा कि काशीपुर में बड़ा वृद्धाआश्रम भी बनाया जा रहा है।