नयी दिल्ली, एजेंसी : स्पोट्र्स को मौलिक अधिकार घोषित करने के लिये डॉ कनिष्क पाण्डेय ने उच्चतम न्यायालय में रिट याचिका (सिविल) संख्या 423 आफ 2018 डॉ0 कनिष्क पाण्डेय बनाम यूनियन ऑफ इण्डिया व अन्य दाखिल कर रखी है। उच्चतम न्यायालय ने इस याचिका को स्वीकार करते हुए एमीकस क्यूरी को नियुक्त किया है। जस्टिस नागेश्वरराव और जस्टिस गवई की बेंच ने इस याचिका पर विस्तार से सुनवाई की। एमीकस क्यूरी ने जहॉ अपनी रिपोट्र्स को स्वयं प्रस्तुत किया है, वही याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता विशाल सिंह, अंजनी कुमार मिश्रा एवं राजीव दुबे ने अपने तर्क प्रस्तुत किये।
एमीकस क्यूरी की रिपोर्ट एवं उपर्युक्त वरिष्ठ अधिवक्ताओ की दलीलों को सुनने के बाद उच्चतम न्यायालय ने केन्द्र सरकार सहित सभी राज्य सरकारों को अपने सुझाव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता, अंजनी कुमार मिश्रा ने बताया कि सभी राज्यों से सुझाव प्राप्त होने के उपरान्त ग्रीष्मावकाश के बाद सुनवायी के लिये केस नियत किया जाएगा।
पूर्व ओलम्पियन एवं अर्जुन पुरस्कार विजेता पद्मश्री से सम्मानित स्व मेजर ध्यानचन्द के पुत्र अशोक ध्यानचन्द ने सुनवाई पर संतोष व्यक्त करते हुए यह कहा है कि उच्चतम न्यायालय की गंभीरता से ऐसा लगता है कि खेल के क्षेत्र में भारत अग्रणी हो जाएगा।