मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात में यूसैक के निदेशक एमपीएस बिष्ट ने केव सर्किट का रखा खाका
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) ने राज्य के विभिन्न जिलों में प्राकृतिक रूप से बनी 60 गुफाएं खोजी हैं। इन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने से जहां पर्यटन को नए आयाम मिलेंगे, वहीं पर्यटकों के लिए यह नया अनुभव भी होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ धाम के नजदीक गुफा में साधना की तो आज यह श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। यात्राकाल में इस गुफा में रहने के लिए अग्रिम बुकिंग होने लगी है। अब इसी तर्ज पर देवभूमि उत्तराखंड में ‘केव सर्किट’ विकसित करने की तैयारी है। उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) ने राज्य के विभिन्न जिलों में प्राकृतिक रूप से बनी 60 गुफाएं खोजी हैं। इन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने से जहां पर्यटन को नए आयाम मिलेंगे, वहीं सैलानियों के लिए यह नया अनुभव भी होगा। साथ ही इससे नए स्थल विकसित तो होंगे ही स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के दौरान यूसैक के निदेशक एमपीएस बिष्ट ने केव सर्किट का पूरा खाका उनके समक्ष रखा।
उत्तराखंड में पर्यटन, तीर्थाटन यहां की आर्थिकी की महत्वपूर्ण धुरी है। इसी के दृष्टिगत सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है। अब इस कड़ी में राज्य के लिए पर्यटन की कार्ययोजना तैयार की जा रही है और इसका जिम्मा यूसैक को सौंपा गया है। वह पर्यटन के अलग-अलग आयामों पर आंकड़े जुटाने के साथ ही कार्ययोजना बना रहा है। इसी क्रम में केव सर्किट योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।